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HDD और SDD काम करती है? SSD और HDD में अंतर है?

 HDD क्या और कैसे काम करती है? HDD का Full Form- Hard Disk Drive होता है| कुछ सालो में HDD का Storage Capacity काफी बढ़ा है और इसका साइज़ काफी कम हुवा है| लेकिन डाटा को Read करने के लिए ये अभी भी घुमने वाले Disk पर निर्भर है| HDD किसी operating system, applications, और files को स्टोर करता है| ये एक गोल Disk के साथ आता है, जिसे Platter कहा जाता है, जो डाटा को स्टोर करता है| अगर आपके Computer या Laptop में HDD है, तब एक से ज्यादा Application को लोड करने के बाद आपको Platter घूमता हुवा सुनाई देगा| आज के समय का HDD एक SATA connection का उपयोग करके Computer के Motherboard के साथ Connect होता है| 1. HDD के क्या फायदे है HDD बहुत ही सस्ती होती है ज्यादा कैपेसिटी की HDD बहुत आसानी से मिल जाती है कंही से भी Purchase कर सकते है . 2. HDD के क्या नुकसान है Data Read Write की स्पीड कम Powerज्यादा इस्तेमाल करती है 5-6 साल बाद इसके दिक्कत आने लगती है क्योंकि ये एक मेकनिकल डिवाइस और इसके अंदर Moving पार्ट्स है . Sizeज्यादा बड़ा होता है और वजन भी ज्यादा होता है . SSD क्या है? SSD full form – solid state dr

सर्वर क्या होता है?

सर्वर क्या होता है? एक सर्वर वास्तव में एक बहुत शक्तिशाली कंप्यूटर होता है, लेकिन सर्वर उस तरह का कंप्यूटर नहीं है जिसे आप रोजाना इस्तेमाल करते हैं। जैसे आपका कंप्यूटर आपके द्वारा सेव की गई फ़ाइलों और डेटा को स्टोर करता है, उसी तरह सर्वर भी सभी वेबसाइटों के डेटा को स्टोर करता है और वेबसाइट को होस्ट भी करता है और सभी कंप्यूटर, मोबाइल और बाकी डिवाइस के साथ उस जानकारी को शेयर भी करता है। आपके पर्सनल कंप्यूटर को इंसानों के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन सर्वर को दूसरे कंप्यूटर और डिवाइस के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए बनाया गया है। सरल भाषा में कहूँ तो, सर्वर एक कंप्यूटर या सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हो सकता है, जो क्लाइंट (मोबाइल, कंप्यूटर, या कोई मशीन जो जानकारी लेने के लिए सर्वर को रिक्यूएस्ट करता है वो क्लाइंट कहलाता है) के साथ सर्विस, रिसोर्स, डाटा या प्रोग्राम शेयर करता है। वेब सर्वर कैसे काम करता है आज के टाइम में अगर हमे कोई भी जानकारी चाहिए होता है, तो हम आसानी से Internet Explorer, Mozilla Firefox, Google Chrome, Safari इत्यादी ब्राउज़र में ब्राउज़ करते है, लेकिन क्

What is Https? Https क्या होता हे

 http क्या होता है ? http का पूरा नाम है hyper text transfer protocol, ये एक प्रकार का नेटवर्क प्रोटोकॉल है जो वर्ल्ड वाइड वेब यानि की www में उपियोग किया जाता है | यहाँ पर प्रोटोकॉल रूल्स का सेट होता है जो ब्राउज़र और सर्वर के बीच कम्युनिकेशन चैनल का कार्य करता है और दोनों के बीच डाटा ट्रान्सफर के कार्य को नियंत्रित करता है | जब हम वेब ब्राउज़र के एड्रेस बार पर किसी एक वेबसाइट या blog का डोमेन टाइप करतें हैं जैसे की मान लीजिये हमने blogistan.in लिखा और फिर जैसे ही हम इंटर दबाते हैं तब अपने आप ही एड्रेस बार पर http या https के साथ डोमेन लिख के आ जाता है और वेबसाइट हमारे सामने खुल जाता है जिसके बाद हमारा ISP ब्राउज़र को http के साथ कनेक्ट करने की अनुमति देता है और जिस सर्वर में उस डोमेन का होस्टिंग रहता है, http ब्राउज़र को उस सर्वर से कनेक्ट कर डोमेन से जुड़े सभी डाटा को यूजर के स्क्रीन पर दिखा देता है | सर्वर में सारे फाइल्स स्टोर रहतें हैं और क्लाइंट के रिकवेस्ट के अनुसार ही सर्वर क्लाइंट को रेस्पोंस करता है | यहाँ पर हमारा वेब ब्राउज़र एक क्लाइंट के तरह काम करता है | वेब ब्राउज़र और सर्वर

INTERNET क्या हैं?

 INTERNET क्या हैं? Internet एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल है जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है. सरल भाषा में कहे तो सूचनाओ के आदान प्रदान करने के लिए TCP/IP Protocol के माध्यम से दो कंप्यूटरों के बीच स्थापित सम्बन्ध को Internet कहा जाता हैं, Internet विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है. ये असल में बहुत बड़ा जाल होता हैं. इन्टरनेट एक इंग्लिश शब्द है जो इंग्लिश के ही एक और शब्द “Internetworked” से लिया गया है. टरनेट से जुडे जुए प्रत्येक कम्प्युटर की एक अलग पहचान होती हैं. इस विशेष पहचान (Unique Identity) को IP Address कहा जाता हैं. IP Address गणितिय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं (जैसे 103.195.185.222) जो उस कम्प्युटर की लोकेशन को बताता हैं. IP Address को Domain Name Server यानि DNS द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को Represent करता हैं. INTERNET के लाभ और हानि (Pros And Cons) Computer के वैसे तो नुकसान और फायदे दोनों ही है परन्तु इसका सीधा कारन इसको उपयोग करने वाल होता है कि वो इसको कैसे उपयोग करता है, अगर वो इसका उपयोग सही त

सीएसएस क्या है?

 सीएसएस क्या है?  CSS का full form Cascading Style Sheet है। CSS एक Simple design language है। जो web pages को प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए बनाई गई है। css का उपयोग कर आप web pages के color, font का style, paragraph के बीच दूरी इत्यादि नियंत्रित कर सकते है। कहने का तात्पर्य यह है। सीएसएस एक web page के design को आकषर्ण बना देती है। सीएसएस के बाकी उपयोगों के बारे में हम नीचे विस्तार से बात करेंगे। सीएसएस का उपयोग क्यों किया जाता है? अब तक तो आप जान ही चुके होंगे कि सीएसएस क्या है, व इसका उपयोग किसी web page को design देंने जैसे – उसका page layout, text color, font and text style की formatting के लिए किया जाता है। CSS एक बेहद powerful style sheet language है, जिससे हम लिखे गए content के look व feel को control कर सकते है। मान लीजिये आपके पास कोई website element (title) है। अब अगर हम इस title element के size, color को बदलना व इसके चारों ओर padding करना चाहे तो हम यहा अपने इस element का रूप बदलने के लिए सीएसएस का उपयोग करेंगे। Web designing के लिए सीएसएस क्यों महत्वपूर्ण ह

HTML क्या होती है? और इसका use क्यो करते है-

 HTML क्या होती है? और इसका use क्यो करते है- बहुत सारे लोग इस चिज़ को लेकर भ्रमित रहते हैं कि एचटीएमएल क्या है या इस्का उपयोग क्या है। जिन स्टूडेंट्स ने अभी कॉलेज में एडमिशन लिया है या वो जो एचटीएमएल सीखना चाहते हैं उनके लिए भी ये आर्टिकल बहुत जरूरी है, क्यों आज हम आपको एचटीएमएल के बारे में बहुत सारी जानकारी देना चाहते हैं जिससे आपको बहुत मदद मिली है। खास तौर पर जो छात्र आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) या फिर सीएस (कंप्यूटर साइंस) से जुड़े हुए हैं उनके लिए ये पोस्ट किसी खाने से कम नहीं है।इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको ये पता चल जाएगा कि एचटीएमएल क्या है, एचटीएमएल को सीखने के क्या फायदे हैं। मार्केट मेन इस्का स्कोप कितना है या एचटीएमएल सिखने के बाद आपको जॉब मिल शक्ति है या नहीं। तो आप हमारी इस पोस्ट को पूरा पढिये। एचटीएमएल क्या है? बहुत सारे लोग HTML को प्रोग्रामिंग भाषा बोलते हैं। सबसे पहले आपको आपको यह बताता हूं कि एचटीएमएल कोई प्रोग्रामिंग भाषा नहीं है। एचटीएमएल एक कोडिंग भाषा है। प्रोग्रामिंग भाषाएँ का उपयोग किसी सॉफ्टवेयर या फिर किसी एप्लिकेशन को बनाने में किया जाता है जबकी कोडिंग भाषा

B.Com बी कॉम क्या हैं?

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    B.Com बी कॉम क्या हैं?  बी.कॉम जिसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (Bachelor of Commerce) है ये एक अंडर ग्रेजुएट (Graduate) प्रोग्राम है जसिमे स्टूडेंट को एकाउंटिंग के रिलेटेड कामो के लिए तैयार क्या जाता है यानी की इसमें आप कोई एकाउंटिंग (Accounting) में जॉब पा सकते है और वैसे बी.कॉम (B.com) कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट 11th – 12th कॉमर्स से करते है और वही लोग बी.कॉम जैसे कोर्स करते है ये भी एक ग्रेजुएशन डिग्री होता है जिसे करने के बाद आप आप ग्रेजुएट कहलाते है. वैसे तो ये बी.कॉम कोर्स बहुत जायदा पुपोलर है हमारे देश क्यूंकि इस कोर्स को करने के बाद मैनेजमेंट बहुत अच्छे से करते है किसी भी चीज का जैसे की बैंक में पैसो का लेन देन का हिसाब किताब करना ये सारे चीजों का करना बी.कॉम (B.com) कोर्स में सिखाता है ये 3 साल का कोर्स होता है इस कोर्स को आप तभी कर सकते है जब आप 11th 12th कॉमर्स से किये हो तो आये जान लेते है    बी.कॉम (B.com) करने के लिए क्या क्या  agility  होनी चाहिए? बी.कॉम कोर्स (B.com Course) के लिए योगयता (Minimum Qualification Required To join B.com) 10th पूरी करे अच्छे मार्क्स स