INTERNET क्या हैं?

 INTERNET क्या हैं?

Internet एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल है जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है. सरल भाषा में कहे तो सूचनाओ के आदान प्रदान करने के लिए TCP/IP Protocol के माध्यम से दो कंप्यूटरों के बीच स्थापित सम्बन्ध को Internet कहा जाता हैं, Internet विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है.

ये असल में बहुत बड़ा जाल होता हैं. इन्टरनेट एक इंग्लिश शब्द है जो इंग्लिश के ही एक और शब्द “Internetworked” से लिया गया है. टरनेट से जुडे जुए प्रत्येक कम्प्युटर की एक अलग पहचान होती हैं. इस विशेष पहचान (Unique Identity) को IP Address कहा जाता हैं. IP Address गणितिय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं (जैसे 103.195.185.222) जो उस कम्प्युटर की लोकेशन को बताता हैं.


IP Address को Domain Name Server यानि DNS द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को Represent करता हैं.

INTERNET के लाभ और हानि (Pros And Cons)

Computer के वैसे तो नुकसान और फायदे दोनों ही है परन्तु इसका सीधा कारन इसको उपयोग करने वाल होता है कि वो इसको कैसे उपयोग करता है, अगर वो इसका उपयोग सही तरीके से करता है तो ये उसके लिए लाभदायक है नहीं तो ये उसके लिए हानिकारक हो सकता है.


INTERNET के फायदे

COMPUTER के वैसे तो कई फायदे है पर यहाँ पर में इसके कुछ खास फायदे बता देता हूँ.


इंटरनेट से हमें किसी भी तरह की जानकारी GOOGLE या दूसरे SEARCH Engin के माधयम से कुछ ही मिनटों में जान सकते है.

इंटरनेट से दूर के लोगो के साथ लिख कर या सामने चेहरा देख कर घंटो बात क्र सकते है.

इंटरनेट का उपयोग आप अपने मनोरंजन के लिए कर सकते है आप इसपर गाने सुन सकते है और फिल्मे देख सकते है.

इसमें आप ऑनलाइन पढाई कर सकते है.

इसमें आप ऑनलाइन कुछ भी खरीद बेच सकते है.

आप ऑनलाइन पैसा कमा सकते है.

आप ऑनलाइन सोशल साइट्स से नए नए दोस्त बना सकते है और उनसे बातें कर सकते है.

INTERNET के नुकसान

COMPUTER के वैसे तो कई नुकसान है पर यहाँ पर में इसके कुछ नुकसान बता देता हूँ.


अगर आपको इंटरनेट की आदत पद जाये तो आपका समय बहुत बर्बाद होगा।

अगर आप सोशल नेटवर्किंग साइट्स उसे करते है तो आपकी परसनल INformation का गलत उपयोग हो सकता है जैसे- नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल आदि।

इंटरनेट के उपयोग से आपके कंप्यूटर में वायरस का खतरा बढ़ सकता है.

इंटरनेट पर कुछ अश्लील चीजों का बच्चो पर गलत प्रभाव पड़ता है.

इंटरनेट के कारन सामाजिक मेल मिलाप ख़तम होता जा रहा है.

इंटरनेट पर आपके साथ धोखा हो सकता है तो आपको हर समय सावधान रहना होता है।

इन्टरनेट का इतिहास (History of Internet)

मूलतः इन्टरनेट का प्रयोग अमेरिका की सेना के लिए किया गया था। शीत युद्ध के समय अमेरिकन सेना एक अच्छी, बड़ी, विश्वसनीय संचार सेवा चाहती थी | 1969 में ARPANET नाम का एक नेटवर्क बनाया गया जो चार कंप्यूटर को जोड़ कर बनाया गया था, तब इन्टरनेट की प्रगति सही तरीके से चालू हुई | 1972 तक इसमें जुड़ने वाले कंप्यूटर की संख्या 37 हो गई थी | 1973 तक इसका विस्तार इंग्लैंड और नार्वे तक हो गया | 1974 में Arpanet को सामान्य लोगो के लिए प्रयोग में लाया गया, जिसे टेलनेट के नाम से जाना गया | 1982 में नेटवर्क के लिए सामान्य नियम बनाये गए इन्हें प्रोटोकॉल कहा जाता है| इन प्रोटोकॉल को TCP/IP (Transmission control protocol/Internet Protocol) के नाम से जाना गया | 1990 में Arpanet को समाप्त कर दिया गया तथा नेटवर्क ऑफ नेटवर्क के रुप में इन्टरनेट बना रहा | वर्तमान में इन्टरनेट के माध्यम से लाखो या करोंड़ों कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े है | (VSNL)विदेश संचार निगम लिमिटेड भारत में इन्टरनेट के लिए नेटवर्क की सेवाए प्रदान करती है |

URL क्या होता है?

सबसे पहले चलिए जानते हैं URL का Full-Form क्या होता है


तो दोस्तों URL का फुल फॉर्म है Uniform Resource Locator जैसा कि आप लोग समझ सकते हैं



 

ढूंढने से लेकर होता है और यह एक पहचान के जैसा होता है



 

जैसे आपने अगर गूगल के ऊपर जाना है तो आपको लिखना होगा google.com

अगर आप किसी वेबसाइट को खोलना चाहते हैं


तो आपको उसका URL लिखना बहुत जरूरी है (इंटरनेट क्या है)


क्योंकि इसके लिखने बिना आप किसी भी वेबसाइट पर विजिट नहीं कर पाएंगे


यह सबसे महत्वपूर्ण होता है इंटरनेट दुनिया में।


URL से ज्यादा जरूरी किसी वेबसाइट के लिए दूसरा कुछ नहीं होता क्योंकि एक URL ही होता है जो आपके वेबसाइट तक लोगों को पहुंचाता है या फिर आप किसी के वेबसाइट पर URL की मदद से पहुंच पाते हैं

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